Tuesday, June 28, 2011

इस वार जब इनका रूटीन ब्लड टेस्ट करवाया तो उसमे इनके खून में सुगर की मात्र बढ़ी हुए थी .यानि की डायबिटीज की घंटी बज गयी .दूसरे दिन सुबह -सुबह ही इन्होंने कहा अब तो मै बिना चीनी के ही चाय पियूँगा ।
मैं बड़े फेर में पड़ गयी ,ये बिना चीनी वाली चाय पियेंगे तो मै कैसे चीनी वाली चाय पियूँ। आखिर सभी दुःख-सुख में साथ निभाने का वादा जो किया है .बस ....मैंने भी सोचा की ,अब से मै भी इनका साथ देने के लिए बिना चीनी वाली चाय ही पिया करुँगी .जैसे महाभारत की कथा में गांधारी ने अपने पति की खातिर अपनी आखों पर पट्टी बांध ली थी ।
लेकिन हे भगवान ....चाय का पहला ही घूंट इतना बे स्वाद लगा, की मन में आया इस से अच्छा तो आदमी चाय न ही पिए तो क्या बुरा है?बाबा रामदेव भी तो काफी दिनों से यही कहते आरहे हैं .उनका भी मन रह जायेगा । ये तो सुबह -सुबह मुंह का जायका ही बिगाड के रख देता है. वो तो अच्छा हुआ जो मै ने अपना ये ऐलान किसी को बता क़र नहीं किया था ,वर्ना बड़ी किरकिरी होती .मैंने मन ही मन गांधारी माता को प्रणाम किया और कहा माते मेरी बड़ी ग्घ्रिस्त्ता हुईजो मैंने आप जैसा बनना चाहा .सॉरी .

Friday, June 17, 2011

आखिर वही हो रहा है जिस बात का डर था .लगता है ,अन्ना हजारे या बाबा रामदेव का अनशन व्यर्थ चला जायेगा .क्योंकि सरकारी मायाजाल इन्हें अपने छलावे में कपट पूर्वक उलझा रही है ।
कपिल सिब्बल और चिदंबरम तो मिडिया के सामने अन्ना हजारे की छवि घर के ऐसे बुजुर्ग की बना रहे हैं जो व्यवहारिकता से दूर एक अज्ञानी व्यक्ति हों ,जो ऐसी वस्तु मांग रहे होंजिसे पूरा करना संभव ही नहीं हो .इस लिए ये लोग उन्हें आश्वासन का झुनझुना दे क़र बहला रहे हैं ताकि बुढहा ज्यादा बुढ-बुढ न करे ,यानि फिर से अनसन न करे ।
लोकपाल कमिटी मेशमिल ,पांचो गैर सरकारी व्यक्ति कोई साधारण व्यक्ति नहीं हैं जिन्हें कानून या संविधान की जानकारी न हो .फिर अगर कोई कानूनी अड़चन आ भी रही हो तो उसे सभी सदस्यों को साथ मिल क़र निबटाना होगा ,न की अन्ना हजारे का मजाक उड़ा क़र ।
सरकार के इन वरिष्ठ मंत्रियों का यूँ किसी बुजुर्ग का मजाक उड़ना शोभा नहीं देता .
अभी पुरे देश में दाखिलों का मौसम चल रहा है .न जाने कितने युवाओं के सपने ,ऊँची उडान भरने को अपने पंख तौल रहे होंगे .लेकिन अच्छे कॉलेजों के जों कट ऑफ़ मार्क्स होते हैं उनसे उन्हें काफी हतासा का सामना करना पड़ता है .खास करके वैसे मेधावी विद्यार्थी जों या तो राज्य स्तरीय बोर्ड के विद्यार्थी हैं या किसी कारणवश ९०-१००% का वह जादुई आंकड़ा नहीं प्राप्त क़र पाए हों ।
जब राज्य सरकार प्राथमिक सिक्छा और १०+२ के नए -नए स्कूल खोल रही है तो उसे उसी अनुपात में कोलेज भी खोलना चाहिए ,या कम से कम उन प्रतिष्ठित कोलेजों में निर्धारित सीटों कीसंख्या बढ़ाना चाहिए ,जहाँ पढ़ने का सपना हजारों विद्यार्थी अपनी आखों मेसंजोये रहते हैं.

Wednesday, June 15, 2011

कल रात ग्यारह बजे हमलोग सोये ही थे की नैना हमें उठाने आई ,कहा दीदी उठिए पिछले मकान में रहने वालों ने फोन करके कहा है कि हमारे पर कोई चढ़ा हुआ है .टोके जाने पर वह अँधेरे में कूद क़र कहीं भाग गया .
उसके पीछे काकी भी अपने कमरे से निकल क़र गयीं .आवाज सुन क़र ,माँ भी जग गयी .मैंने नैना से कहा -नैना,तुम जा क़र काका (घर के एक मात्र , पुरुष सदस्य ) को उठा दो .नैना ने उन्हें भी जगा दिया
फिर हमलोग चारों लेडिज बाहर बरामदे की बत्ती जला क़र बैठ गए .काका अन्दर ही रहे
बाते होने लगीं ,पहले काकी बोली -अरे कैसा आलसी चोर था ,कम से कम अच्छे से रात तो होने देता ,अभी तो सब जग ही रहे थे ,तभी तो लोगों ने देख लिया .लगता है उसे खुद काम निबटा क़र सोने की हड़बड़ी होगी .मैंने कहा .हाँ हाँ -हमलोग भी अभी दस मिनट पहले बात ही क़र रहे थे .तभी माँ ने कहा -उधर देखो तो बेटा ,गेट के पास कोई है क्या?कुछ सफ़ेद काला सा दिख तो रहा है .नैना बोली -अरे दादी जी अगर वहां कोई है भी तो वो सामने क्यों रहेगा बगल वाले असोक के पेड़ पर चढ़ जायेगा ?फिर मैं बोली ,उस से तो अच्छा वो जामुन के पेड़ पर चढ़ जाये कम से कम खाने को जामुन तो मिल जायेंगे .माँ ने हँसते हुए कहा ,अगर उस बन्दे ने इतने सारे अच्छे ऐदीयाज सुन लिए तो वो कल फिर जायेगा .इसलिए क्यों हम फिर से सोने चलें .अब उस चोर को पता चल ही गया होगा की हमलोग जग रहे हैं .हमने एक दुसरे को जोर से गुड नाईट कहा .और कहा हमलोग अब सोने नहीं जागने जा रहे हैं