tag:blogger.com,1999:blog-7877116034264111607.post6471266514423237248..comments2023-05-09T01:03:18.513-07:00Comments on बोलते अक्षर: बाबू जी की याद में..Neeta Jhahttp://www.blogger.com/profile/10459276945679237125noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7877116034264111607.post-58170516878959570802014-03-19T03:17:32.455-07:002014-03-19T03:17:32.455-07:00बहुत सुन्दर कविता है. काश जाने वाले समझ पाते कि वो...बहुत सुन्दर कविता है. काश जाने वाले समझ पाते कि वो क्या कर रहे हैं पीछे छूट जाने वालों के साथ! <br />अगर समझ पाते तो शायद कभी जाते ही नहीं। <br />पर तस्सली ये है कि कम से कम तारे तो हर रात आयेंगे साथ निभाने! :-) Tulikahttps://www.blogger.com/profile/04622806112687024790noreply@blogger.com