Sunday, August 5, 2012

mere rajy me ye kya ho rha hai


पिछले कुछ दिनों से भागलपुर से निकलने वाले हर अख़बार में प्रीतम हत्याकांड से जुडी कोई ना कोई खबर  जरुर रहती है .अब तो राज्य के मुख्यमंत्री ,पुलिस के आला अधिकारी ,गुप्तचर विभाग इत्यादि भी इसके गहन अनुसन्धान  में जुट गए हैं ,लेकिन नतीजा शून्य ही है .स्थिति बड़ी भयावह है .
                                                      घटना के बारे में सोच के दिल दहल जाता है . इसका मतलब तो यही निकलता है की हमारे आपके ,जिसके बच्चे, बाहर पढ़ते हैं ,ट्रेनों में  सफ़र करते हैं ,बिलकुल असुरछित हैं? कहने के लिए तो रेल पुलिस भी है .लेकिन असलियत यही है की यहाँ जाने पर आपकी शिकायत दर्ज  करना तो दूर आपको भगा ही दिया  जाता है .जैसा की प्रीतम के साथ हुआ . स्थानीय थाना स्थानीय लोगों के दवाब में रहती है ,बाहरी व्यक्ति  की शायद ही कोई मदद करता है .खास क़र अगर वह कोई रसूख दार ना हो क़र एक गैर राज्य का अकेला विद्यार्थी हो .
            प्रीतम हत्या कांड में अभी तक कुछ ठोस नतीजा नहीं निकला है .इसलिए हम सुनी सुनाईबातों को जोड़ क़र देखें तो पता चलता है ,की प्रीतम ,असम के सिलचर कॉलेज के प्रिंसिपल का एकलौता बेटा था .आगे पी.एच.डी की पढाई करने अपने घर से दिल्ली जा रहा था .वह ए.सी .कोच में सफ़र क़र रहा था .झगडे की शुरुआत ,स्थानीय बिना आरछित यात्री के सीट पर सोने को ले क़र हुई  .
प्रीतम रात के लगभग  दो- ढाई बजे जब अपनी सीट पर सोना चाहता था .उसे ऐसा नहीं करने दिया गया .इसे लेकर कोच के टी.टी .सी .से कुछ बहस भी हुई .प्रीतम और उस यात्री से भी कहा-सुनी हुई 
वह एक लोकल बदमाश था जो वहीँ नौगछिया स्टेशन  पर प्रीतम के सर्टिफिकेटों से भरे बैग और लैपटॉप ले क़र उतर गया .अपने बैग को पाने के लिए प्रीतम भी उसके पीछे उतर गया .
                                                          सर्टिफिकेट और लैपटॉप की कीमत क्या होती है ,यह एक 
स्टुडेंट ही समझ सकता है .वहीँ से उसने अपनी माँ को अंतिम वार फोन किया था .   फिर वह जी .आर .पी.के पास गया .जहाँ से उसे टरका दिया गया .वह स्थानीय थाने पर भी गया .वहाँ भी किसी ने उसकी सहायता नहीं की .    तब तक शायद उन्ही गुंडों ने बैग लौटाने के बहाने या जबरदस्ती उसे अपने साथ ले गए होंगे .प्रीतम को दो दिनों तक गुंडों ने अपने पास रखा .लेकिन पुलिस कुछ पता नहि लगा पाई .घटना के दो दिन बाद उसकी हत्या ,गला रेत क़र क़र दी गयी .......फिर लाश को पटरियों पर फेंक दिया गया .
                                        अपने माँ -बाप का इकलौता होनहार बच्चा ,किन परिस्थितियों में मारा गया अभी तक कुछ पता नहीं .जबकि तीन जिलों की पुलिस ,बिहार के मुख्यमंत्री ,डी.जी .पी .वगैरा
भी इस कांड पर नजर रख रहे हैं .इतने रसूखदार लोगों के रहते हुए जब अभी तक कुछ पता  नहीं लग पाया है तब तो हम आम लोगों का भगवान ही मालिक है .


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