Saturday, September 4, 2010

पेटक बात

काल्हि खन सहलछलहूँ .तैंभोरे सं सब खाय लेल कह्यलागल मुदा हम सब के बात अनठाक सब के ऑफिस कॉलेज बिदा केला के बाद अपना लेल तप्पत भात आ खूब चहट गर तीमनबना क जा खा नहीं लेलहुं ता देह में किछु सक्के नहि बुझाइत छल .जाँ सबहक सामने इ काज केने रहिति यई तसब बद्द बात कही तै कियो सुगर बध्वा के धमकी देत त कियो गैस क नाम सं डरबिते
गाम
- घर सं बाहर रहला सं ई सब फेदा छैक ओना नुकसानों कोनो कम भारी नहि छैक अप्पन डेरा में मरितो रहू त कियो देखन्हार-बुझ्न्हार नहि

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